SHIV CHALISA LYRICS IN GUJARATI PDF - AN OVERVIEW

shiv chalisa lyrics in gujarati pdf - An Overview

shiv chalisa lyrics in gujarati pdf - An Overview

Blog Article

वटाधोनिवासं महाट्टाट्टहासं महापापनाशं सदासुप्रकाशम् ।

चारों जुग परताप तुम्हारा। है परसिद्ध जगत उजियारा।।

Devotees who chant these verses with intensive adore grow to be prosperous through the grace of Lord Shiva. Even the childless wishing to acquire youngsters, have their desires fulfilled following partaking of Shiva-prasad with faith and devotion.

स्वामी एक है आस तुम्हारी । आय हरहु अब संकट भारी ॥

निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई ॥ पण्डित त्रयोदशी को लावे ।

Hello there, my identify is Pandit Radhe Krishna. I feel God is The one thing in everyday life we should dedicate our time to. Preserve browsing this weblog and maintain chanting God's title.

जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥

सब read more पर राम तपस्वी राजा। तिन के काज सकल तुम साजा।।

हे गिरिजा पुत्र भगवान श्री गणेश आपकी जय हो। आप मंगलकारी हैं, विद्वता के दाता हैं, अयोध्यादास की प्रार्थना है प्रभु कि आप ऐसा वरदान दें जिससे सारे भय समाप्त हो जांए।

दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥

अर्थ: हे प्रभू आपने तुरंत तरकासुर को मारने के लिए षडानन (भगवान शिव व पार्वती के पुत्र कार्तिकेय) को भेजा। आपने ही जलंधर (श्रीमद‍्देवी भागवत् पुराण के अनुसार भगवान शिव के तेज से ही जलंधर पैदा हुआ था) नामक असुर का संहार किया। आपके कल्याणकारी यश को पूरा संसार जानता है।

ॠनिया जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥

बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार। बल बुधि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।।

दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥

Report this page